“बाबा बर्बरीक फाउंडेशन” की संस्थापक शिक्षा शर्मा ने झुग्गी बस्तियों के बच्चों को वितरित किया शिक्षण सामग्री
युवा समाज सेविका शिक्षा शर्मा ने बाबा बर्बरीक फाउंडेशन करके कर रही हैं जरूरतमंदों की मदद
पढ़ेगा इंडिया, तभी तो बढ़ेगा इंडिया यानि भारत का तभी विकसित होगा, जब भारत अध्ययन करेगा! इस मुहिम का नेतृत्व करते हुए युवा समाज सेविका शिक्षा शर्मा ने बाबा बर्बरीक की स्थापना किया है। जिसके माध्यम से वे हर जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए आगे कदम बढ़ाया है। उन्होंने समाजसेवा का कार्य मुजफ्फरपुर, बिहार से शुरू किया और अब बिहार, उत्तर प्रदेश और मुंबई में भी जरूरतमंद लोगों की सहायता करने एवं जीवनोपयोगी आवश्यक सामग्री पहुंचाने का कार्य पूरे लगन से कर रही हैं। वे जहाँ भी जाती हैं, वहाँ-वहाँ उनकी नजर जरूरतमंदों को खोजती रहती है। उनका उद्देश्य है कि बाबा बर्बरीक फाउंडेशन संस्था से हर जरूरतमंद की जरूरत हमेशा पूरी होती रहे।
हाल ही में युवा समाज सेविका शिक्षा शर्मा ने अपने बाबा बर्बरीक फाउंडेशन के तहत मुंबई के झुग्गी बस्तियों के बच्चों को नोटबुक, पेन आदि शिक्षण सामग्री वितरित किया। साथ ही उन्होंने बच्चों को चॉकलेट और कुछ चीजें भी बांटा है। हमेशा समाज सेवा कार्य में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने वाली शिक्षा शर्मा साक्षरता पर विशेष ध्यान देती हैं। वे चाहती हैं कि निम्न वर्ग व गरीब लोगों के भी बच्चे अच्छी शिक्षा हासिल करें और साक्षर बनें।
बाबा बर्बरीक फाउंडेशन की संस्थापक शिक्षा शर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री की ओर से चलाए जा रहे “पढ़ेगा इंडिया, तभी तो बढ़ेगा इंडिया” मुहिम के तहत हम बच्चों को स्कूल से जोड़ने का काम कर रहे हैं। बच्चे स्कूल जाएंगे तो उन्हें स्टडी मटेरियल की जरूरत पड़ेगी, इसलिए हमारे संगठन की ओर से सबसे पहली पहल उन्हें स्टेशनरी देने की थी। जब हर एक बच्चे को शिक्षा देना अति आवश्यक है। कोई निरक्षर न रहे।
गौरतलब है कि बिहार के मुजफ्फरपुर में जन्मी और पली-बढ़ी शिक्षा शर्मा को बचपन से ही लोगों की मदद करने का शौक रहा है। वे हमेशा सामाजिक कार्यों और जरूरतमंद लोगों मदद करती रही हैं। समाज सेवा में हमेशा तत्पर शिक्षा शर्मा को पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के हाथों इंदिरा गांधी राष्ट्रीय सेवा योजना पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। वृक्षारोपण, स्लम साक्षरता कार्यक्रम, स्वच्छता अभियान, रक्तदान, अंगदान जागरूकता आदि कार्यों में शिक्षा शर्मा का योगदान सराहनीय है। रोटरेक्ट, संस्कार भारती, नवसचेतन, अभ्युदय एक संकल्प आदि संगठन के साथ जुड़कर उन्होंने बहुत सराहनीय सामाजिक कार्य किया है। लगातार सामाजिक कार्यों एवं जरुरतमंदों की सहायता में योगदान दे रहीं शिक्षा शर्मा शादी के बाद मुजफ्फरपुर से मुंबई चली आईं और अपना खुद का संगठन बाबा बर्बरीक फाउंडेशन शुरू किया, जिसके सदस्य राहुल शर्मा, अनीता शर्मा, स्वाति शर्मा, प्रदीप कुमार शर्मा हैं। शिक्षा शर्मा इस संस्था के तहत अधिक से अधिक कार्य करना चाहती हैं। बाबा बर्बरीक फाउंडेशन संस्था द्वारा मुंबई से लेकर उत्तर प्रदेश और बिहार में समान रूप से सामाजिक कार्य किया जा रहा है।
“बाबा बर्बरीक फाउंडेशन” की संस्थापक शिक्षा शर्मा ने झुग्गी बस्तियों के बच्चों को वितरित किया शिक्षण सामग्री